क्या आपने कभी पुराने फर्नीचर को नया रूप देने के बारे में सोचा है ? पुराने ज़माने के सुन्दर नक्काशी किये हुए फर्नीचर आजकल कम ही देखने को मिलते है और यह आश्चर्य है कि बात है की किसी ने भी उन पुराने फर्नीचर को बचाने का प्रयास क्यों नहीं किया?
हमें यकीन है कि यदि आप इंटीरियर डिजाइनर को एंटीक या पुराने फर्नीचर को पुनः जीवित करने और आधुनिक सज्जा के साथ मिलाने के बारे में पूछोगे तो हमेशा जवाब मिलगा की इससे कमरे के रचनात्मकता बिगड़ सकती है । पर आपके अंदर रचनात्मक है और घर पर अप्रचलित फर्नीचर का टुकड़ा है जो अभी भी अच्छी स्थिति में है तो इसे नया जीवन और उद्देश्य आप खुद दे सकते हैं।
इस बारे में सोचने के लिए, हमने विचारों की इस पुस्तक में कुछ सुझाव दिए हैं जो आपके अंदर के कलाकार को जागृत कर सकती है । याद रखें: यदि आप ये काम खुद नहीं कर सकते, तो आप एक बढ़ई की सहायता लेनी चाहिए क्योकि उसके पास सारे ज़रूरी औजार होते हैं।
चलिए इन परिवर्तनों के परिणाम देखें?
यह ड्रेसर न ही खराब आकार का है न ही बदसूरत है, लेकिन यह अपनी सुंदरता और चमक खो चूका है । कल्पना कीजिए कि किसी अंधेरे और पुराने कमरे में यू ही पड़ा है पर अगर प्रवेश द्वार में होगा तो इसे नया रूप – रंग देकर फिर से काम में ला सकते हैं। यह कैसे करें?
इसे तैयार करने के लिए पहले मध्यम-श्रेणी के सैंडपेपर के साथ ऊपरी परत को रगड़ कर पुरानी वार्निश और धुल हटा दें, और दोबारा गहन सैंडपेपर के साथ रेत कर एक ब्रश या मुलायम कपड़े के साथ पोंछे। सतह वार्निश से मुक्त होने के बाद, आप प्राइमर और पेंट इसके ऊपर लगा सकते हैं।
जब आप फर्नीचर के एक टुकड़े को बदलने के कोशिश में रहते हैं, तो यह चिंता हमेशा अंतर्निहित होता है कि इसे कैसा रूप दिया जाए ताकि ये पहले से आकर्षक लगे जबकि अच्छी योजना के साथ, यह जोखिम से बचा जा सकता है।
सबसे पहले, सुनिश्चित करें कि आप ऐसा प्राइमर का उपयोग करे जो पुराने दोषों को छिपाने में मदद करता है और पेंटिंग की सतह तैयार करता है। प्राइमर सूखे होने के बाद आप पतली परत के पेंट से शुरू करें और इस उपयुक्त शीर्ष कोट के सूखने के बाद ही दूसरा गहरा कोट लगाएं । इस फर्नीचर पुनर्नवीकरण के प्रयोग के लिए बस कल्पना प्रवाह को पंख दो।
देखें कि पिछली छवि का फर्नीचर कैसा था और यह आधुनिक और ताज़ा रंग संयोजन के साथ किसी भी वातावरण में समिल्लित हो सकता है
मोम लगे लकड़ी के फर्नीचर दीर्धकाल तक चलते हैं पर इनको नया रूप देना भी सबसे कठिन परियोजना होता है क्योकि मोम के परत को निकालना मुश्किल है। सैंडपेपर का इसपर कोई असर नहीं होता इसलिए स्टीलवूल का इस्तेमाल करना पड़ेगा. पहले लकड़ी पर जमी गन्दगी को मिटाने के लिए स्टीलवूल को पानी में भिगाकर अच्छी तरह से साफ़ कर लें और फिर निर्मल मदिरा में नया स्टीलवूल को भिगाकर लकड़ी से मोम के बाकि अंश को साफ़ करें।
किसने सोचा होगा कि ड्रॉर्स के पहले मोटे हुए छाती में एक नरम चित्रकला संभव हो सकती है? देखें कि यह कितना आसान था।